Introduction of Corel Draw



(कोरेल ड्रा का परिचय ):

यह एक डिज़ाइन सॉफ्टवेयर है।जिसका निर्माण Corel Corporation eyes khada  द्वारा विकसित किया गया  है ।जिसके द्वारा हैम किसी भी प्रकार का डिज़ाइन ,पोस्टर,कार्ड एवं किसी भी प्रकार के डिज़ाइन के कार्य को सफलतापूर्वक कर सकते है तथा बनाये गए डिज़ाइन में अपनी आवश्यकता अनुसार कलर को फील कर सकते है।शुरू से लेकर आज तक इसके कई वर्शन मार्केट में उपलब्ध है।जो निम्न है।
CorelDRAW 5.5 , CorelDRAW 7.0 , CorelDRAW 9 , CorelDRAW 10 , CorelDRAW 11 , CorelDRAW 12 ,CorelDRAW 13 , CorelDRAW 14 , इत्यादि। इसमे 12,13,14 के सबसे अधिक संख्या में प्रयोग किये जाते है। इसमें बनाई जाने वाली फ़ाइल का एक्सटेंशन नाम C.D.R. जिसका पूरा नाम CorelDRAW होता है।

Features (विशेषताएं):

 1' इसमे इमेज को इम्पोर्ट तथा एक्सपोर्ट करने की सुविधा दी गई है।
 2,  इसमे दिए गए टूलबार ऑप्शन के द्वारा CorelDRAW में अनेक प्रकार की डिज़ाइन बना सकते है । तथा अपनी अवस्यकतानुसार कलर फील(भरना) कर सकते है।
3,  इसमे लिखे गए प्रत्येक अक्षर को अलग -अलग कर सकते है। तथा पहले से बनाये गए ऑब्जेक्ट को कई आकार एवं प्रकार  को परिवर्तित कर सकते है।
 4,  CorelDRAW में दिए गए Properties Bar का प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में होता है। क्योंकि यहां से हम पेज को निर्धारण बहुत ही आसानी से कर सकते है। 
5,  CorelDRAW में ठीक उसी प्रकार से डिज़ाइन बना सकते है।जिस प्रकार से पेंसिल के द्वरा कागज पर बनाते है।
 6,   इसमे हम किसी भी डिज़ाइन को सफलता पूर्वक एक्सपोर्ट कर सकते है।
 

File Menu(फाइल मेनू):

New(न्यू)

Open(ओपन)

Save(सेव)

Import(इम्पोर्ट)

Export(एक्सपोर्ट)

Zoom(ज़ूम)

Application launcher (एप्लीकेशन लांचर)

Corel online(कोरल ऑनलाइन)

Properties Bar(प्रॉपर्टीज बार)


New(न्यू):

इस ऑप्शन का परयो कोरल ड्रा में एक नए पेज को इन्सर्ट(लाना) करने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+N होती है।

Open(ओपन):

इस ऑप्शन का प्रयोग पहले से फ़ाइल(मैटर) को कोरल ड्रा के पेज पर लाने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+O होती है।

Save(सेव):

इस ऑप्शन का प्रयोग कोरल ड्रा के बनाई जा रही फ़ाइल को सेव(सुरक्षित) करने के लिए किया जाता है।

Import(इम्पोर्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है।जिसमे पहले से सेव की गई फ़ाइल या पिक्चर को पेज पर ला सकते है।

Export(एक्सपोर्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग CorelDRAW में बनाई गई डिज़ाइन को किसी दूसरे फ़ाइल में एक्सपोर्ट करने के लिए किया जाता है।

Zoom(ज़ूम):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट अथवा ऑब्जेक्ट को ज़ूम(बड़ा) करके देखने के लिए किया जाता है।


Application launcher(एप्लीकेशन लांचर):

इस ऑप्शन का प्रयोग हम तब करते है ।जब CorelDRAW के सहयोगी प्रोग्राम जैसे Corel,Photo,Paint,Corel Revel,इत्यादि।

Corel online(कोरल ऑनलाइन):

इस टूल का प्रयोग करके हम Corel पर जा कर CorelDRAW से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

Properties Bar(प्रॉपर्टीज बार):

इसमे इसकी अहम भूमिका है।जैसे कोई टूल सेलेक्ट करते है। तो उससे रेलेटेड और भी टूल प्रॉपर्टीज बार मे आ जाते है।जिसके द्वारा उस टूल को कस्टमाइज करके और टूल क्राइड कर लेते है।तथा किये जा रहे कार्य के अनुरूप टूल का प्रयोग करते है।


Edit Menu(एडिट मेनू):

Undo(अनडू)

Redu(रेडू)

Repeat(रिपीट)

Cut(कट)

Copy(कॉपी)

Paste(पेस्ट)

Paste special(पेस्ट स्पेशल)

Delete(डिलीट)

Simple(सिंपल)

Duplicate(डुप्लीकेट)

Copy properties from(कॉपी प्रॉपर्टीज फ्रॉम)

Overprint fill(ओवर प्रिंटर)

Find and replace(फाइंड एंड रिप्लेस)

Insert internet object(इन्सर्ट इंटरनेट ऑब्जेक्ट)

Insert Bar Code(इन्सर्ट बार कोड)

Insert new object(इन्सर्ट नई ऑब्जेक्ट)

Object(ऑब्जेक्ट)

Link(लिंक)

Properties(प्रॉपर्टीज) ALT+Enter



Undo(अनडू):

इस ऑप्शन का प्रयोग कार्य करते समय कोई गलती हो जाने पर वापस जाकर उस कार्य को ठीक करने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+Z है।

Redu(रेडू):

यह ऑप्शन टैब कार्य करता है। जब हम अनडू ऑप्शन का प्रयोग करके पीछे गए होते है।

इस ऑप्शन के द्वारा हम पुनः एक-एक स्पेट आगे जा सकते है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+Y होती है।

Repeat(रिपीट):

इस ऑप्शन का प्रयोग वर्तमान समय मे किये जा सहे कार्य को अर्थात लास्ट टाइम में किये गए कार्य को बराबर रिपीट करने के लीये किया जाता है।अर्थात वही कार्य दोबारा करने के लिए किया जाता है।

Cut(कट):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट अथवा ऑब्जेक्ट को कट करने के लिए किया जाता है। जिससे कट किया गया टेक्स्ट अथवा ऑब्जेक्ट उस स्थान से हट जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+X होती है।

Copy(कॉपी):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट अथवा ऑब्जेट को कॉपी करने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+C होती है।

Paste(पेस्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग कट अथवा कॉपी किये गए टेक्स्ट अथवा ऑब्जेक्ट को पुनः वापस लाने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+V होती है।

Paste special(पेस्ट स्पेशल):

इस ऑप्शन का प्रयोग कट या कॉपी किये गए मैटर को स्पेशल रूप से अर्थात अलग -अलग फॉर्मेट में पेस्ट करने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की  CTRL+ALT+Vहोती है ।

Delete(डिलीट):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट अथवा ऑब्जेक्ट को डिलीट करने के लिए किया जाता है। 

Duplicate:

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेक्ट या टेक्स्ट की डुप्लीकेट कॉपी तैयार करने के लीये किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+D  होती है।


Copy Properties From:

इस ऑप्शन का प्रयोग एक ऑब्जेक्ट की प्रॉपर्टीज को दूसरे ऑब्जेक्ट पर अप्लाई करने के लियें किया जाता है।

Over Print Fill(ओवेल प्रिंट फील):

यह ऑप्शन टैब हाईलाइट होता है । जब हम कोई ऑब्जेक्ट बनाये होते है। टैब इस ऑप्शन के over Print Fill को ऑन /ऑफ कर सकते है।

Find and Replace (फाइंड एंड रिप्लेस):

फाइंड ऑप्शन का प्रयोग किसी विशेष शब्द(वर्ड) को ढूढने के लिए किया जाता है ।

 इसकी शॉर्टकट की Ctrl+F होती है ।

तथा रिप्लेस ऑप्शन का प्रयोग ढूढे गए शब्द(वर्ड) के स्थान कोई दूसरा शब्द(वर्ड) लिखने के लिए किया जाता है।

इसकी शॉर्टकट की Ctrl+H होती है।

Insert Internet Object(इन्सर्ट इंटरनेट ऑब्जेक्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक लिस्ट डिस्प्ले होता है।जिसमे पहले से इंटरनेट से संबंधित सिंबल या ऑब्जेक्ट स्थित होता है।जहाँ से हम किसी भी इंटरनेट के ऑब्जेक्ट को पेज पर इन्सर्ट कर सकते है।

Internet Bar Code(इंटरनेट बार कोड):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु होता है। जिसके द्वारा किसी भी प्रोडक्ट के लिए बार कोड नंबर का निर्धारण कर सकते है। जिससे उस प्रोडक्ट को बार कोड भी पहचाना जा सकता है।

Insert New Object(इन्सर्ट नई ऑब्जेक्ट):

इस टूल का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है।जिसके द्वारा हम किसी भी सॉफ्टवेर में जाकर ऑब्जेक्ट या डिज़ाइन बनाकर कोरल ड्रा के पेज पर इन्सर्ट(लाना) कर सकते है।

Link(लिंक):

इन ऑप्शन का प्रयोग किसी अन्य फ़ाइल के लिंक बनाने के लिए किया जाता है।

Properties(प्रॉपर्टीज):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है।जिसके द्वारा बनाई गई फ़ाइल को अथवा सिलेक्टेड ऑब्जेक्ट की प्रॉपर्टीज को देखने के लिए किया जाता है।

View Menu(व्यू मेनू):

  1. Simple wirefrom(सिंपल वायर फ्रॉम)
  2. Wirefrom(वायर फ्रॉम) 
  3. Draft(ड्राफ्ट)
  4. Normal(नार्मल)
  5. Enhanced(एनहांस्ड)
  6. Full screen preview(फुल स्क्रीन  प्रीव्यू )  f 9
  7. Preview selected only(प्रीव्यू सिलेक्टेड ओनली)
  8. Page short view(पेज शार्ट व्यू)
  9. Ruler(रूलर)
  10. Grid lines(ग्रिड लाइन्स)
  11. Show(शो)
  12. Snap to grid(स्नेप तो ग्रिड)
  13. Grid lines setup(ग्रिड लाइन्स सेटअप)
  14. Grid and ruler setup(ग्रिड एंड रूलर सेटअप)
  15. Snap to object setup(स्नेप टू ऑब्जेक्ट सेटअप)


Simple wirefrom(सिंपल वायर फ्रॉम):

CorelDRAW इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेक्ट को सिंपल वायर से अर्थात ऑब्जेक्ट को आउटलाइन के रूप में देखने के लिए किया जाता है।

जिससे इमेज ग्रे कलर में दिखाई देता है।


Wirefrom(वायर फ्रॉम) :

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेक्ट को आउटलाइन के रूप में देखने के लिए किया जाता है।


Draft(ड्राफ्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग ऑब्जेस्ट तथा इमेज को ड्राफ्ट करके देखने के लिए किया जाता है।


Normal(नार्मल):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेस्ट को सामान्य रूप में देखने के लिए किया जाता है।


Enhance(एनहान्स):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेस्ट को नार्मल की अपेक्षा उसे और अच्छे कंडीशन में करके के देखने के लिए किया जाता है।


Full screen preview(फुल स्क्रीन  प्रीव्यू )  f 9 :

इस ऑप्शन का प्रयोग पर बनाये गये ऑब्जेस्ट को पूरे मॉनिटर स्क्रीन पर देखने के लिए किया जाता है।


Preview selected only(प्रीव्यू सिलेक्टेड ओनली):

इस ऑप्शन का प्रयोग सेलेक्ट के किये गए ऑब्जेस्ट को पूरे मॉनिटर स्क्रीन पर देखने के लिए किया जाता है।

इसका प्रयोग करने से केवल सेलेक्ट किया गया ऑब्जेस्ट ही डिस्प्ले होता है।


Page sorter view(पेज सॉर्टर व्यू):

इस ऑप्शन का प्रयोग पेज को छोटे-छोटे रूप में करके देखने के लिए किया जता है।


Ruler(रूलर):

इस ऑप्शन का प्रयोग कोरेल ड्रा के पेज पर रूलर लाइन को ऑन/ऑफ कारने के लिए किया जाता है।


Gridlines(ग्रिडलाइन्स):

इसका प्रयोग रूलर लाइन से पेज पर इन्सर्ट किये गए ग्रिडलाइन्स  को ऑन/ऑफ करने के लिए किया जाता है।


Show(शो):

इस कमांड का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसमे निम्न ऑप्शन स्थित है।


Snap to gridlines(स्नैप टू ग्रिड लाइन्स):

इस ऑप्शन का प्रयोग एक ऑब्जेस्ट को दुसरे ऑब्जेक्ट को चिपकाने के लिए किया जाता है।


Grid line setup(ग्रिड लाइन सेटअप):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है। जिसके द्वारा पेज पर रूलर लाइन से लाये गए ग्रिड  लाइन की सेटिंग कर सकते है।


Grid and Ruler setup(ग्रिड आफ रूलर सेटअप):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है। जिसके द्वारा हैम अपनी आवश्यकता अनुसार ग्रिडलाइन  या रूलर लाइन की सेटिंग कर सकते है।


Snap to object setup(स्नैप टू ऑब्जेक्ट सेटअप):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है। जिसके द्वारा पेज पर लाये गए  ऑब्जेस्ट कि शेपिंग से संबंधित सेटिंग कर सकते है।

 Effect Menu (इफ़ेक्ट मेनू) (Alt+C);

Adjust(एडजस्ट)

                    Contrast Enhancement(कंट्रास्ट एनहांसमेंट)
                    Local equalization(लोकल एक्वालिज़ेशन)
                    Sample target balance(सैंपल टारगेट बैलेंस)
                   Tone curve(टोन कर्व)
                   Brightness /Contrast/Intensity (ब्राइटनेस/कंट्रास्ट/इंटेंसिटी)(Ctrl+B)
                  Color Balance (कलर बैलेंस)(Ctrl+Shift+B)
                  Gamma(गामा)
                  Hue/Saturation Lightness(हुए/सेचुरेशन लाइटनेस) Ctrl+Shift+V
                  Selective Color(सेलेक्टिव कलर)
                  Replace Color(रिप्लेस कलर)
                  Desaturate(डेसटुरेट)
                 Channel Mixer(चैनल मिक्सर)

Transform(ट्रांसफॉर्म)

                    Delnterlace(डेलनेटेरलेक)

Invert(इन्वर्ट)

Posterize(पोस्टराइज)

Correction(करेक्शन)

                                    Dust and Scratch(डस्ट एंड स्क्रैच)

Contour(कंटाउर)      Ctrl+F9

Interactive blend tool(इनट्रेकटिव ब्लेंड टूल)

Interactive Counter Tool(इनट्रेकटिव काउंटर टूल)

Color Transform(कलर ट्रांसफॉर्म)

Creative(क्रिएटिव)

Noise(नॉइज़)

Distort(डिसॉर्ट)

Add Perspective(ऐड पर्सपेक्टिव)

Create Boundary(क्रिएट बाउंडरी)

Power Clip(पावर क्लिप)

Roll Over(रोल ओवर)



Adjust(एडजस्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सुबमेनू डिस्प्ले होता है। जिसमे दिये गए ऑप्शन का प्रयोग लाये गए पिक्चर में सुधार करने के लिए किया जाता है।


Contrast Enhancement(कंट्रास्ट एनहांसमेंट):

इस ऑप्शन का प्रयोग इम्पोर्ट किये गए इमेज को कम या अधिक करने के लिए कीट जाता है।


Local equalization(लोकल एक्वालिज़ेशन):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक बॉक्स डिस्प्ले होता है। जिसका प्रयोग पिक्चर के कलर को अप्लाई करने के लिए किया जाता है।


Sample target balance(सैंपल टारगेट बैलेंस):

इन ऑप्शन का प्रयोग पिक्चर के कलर को बैलेंस करने के लिए किया जाता है।


Tone curve(टोन कर्व):

इस ऑप्शन के द्वारा curve जैसी रेखा ड्रैग करके इमेज को कम या अधिक कर सकते है।


Brightness /Contrast/Intensity (ब्राइटनेस/कंट्रास्ट/इंटेंसिटी):(Ctrl+B)

इस ऑप्शन का प्रयोग इमेज के कॉन्टेक्स्ट तथा ब्राइटनेस को कम या अधिक करने के लिए किया जाता है।


Color Balance(कलर ब्लांक):

इस ऑप्शन का प्रयोग इमेज के कलर को बैलेंस (काम या अधिक)करने के लिए किया जाता है।


Gamma(गामा):

इऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर पर ग्राफलाइन के माध्यम से कलर को सेट करने के लिए किया जाता है।


Hue/Saturation Lightness(हुए/सेचुरेशन लाइटनेस): Ctrl+Shift+V

इस ऑप्शन का ओरयोग सिलेक्टेड ऑब्जेस्ट या पिक्चर के कलर को RGB कलर देने के लिए किया जाता है।


Selective Color(सेलेक्टिव कलर):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर को किसी भी कलर में करने के लिए किया जाता है।


Replace Color(रिप्लेस कलर):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर के निश्चित कलर को किसी दूसरे कलर में बदलने के लिए किया जाता है।


Desaturate(डेसटुरेट):

इस ऑप्शन का प्रयोग पिक्चर के पिक्सेल को कम या अधिक करने के लिए किया जाता है।


Channel Mixer(चैनल मिक्सर):

इसका प्रयोग RGB कलर को सिलेक्टेड पिक्चर में मिक्स करके अप्लाई करने के लिए किया जाता है।


Transform(ट्रांसफॉर्म):

इसका प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसके द्वारा सिलेक्टेड पिक्चर के कलर में बदलाव कर सकते है।


Delnlerlade(डेलनेटेरलेक):

इस कमांड का प्रयोग सेलेक्टेड पिक्चर के कलर को हल्के कलर में करने के लिए किया जता है।


Invert(इन्वर्ट):

इसका प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर को नेगेटिव बनाने के लिए किया जाता है।


Posterize:(पोस्टराइज):

इसका प्रयोग सिलेक्टेड इमेज के पिक्सेल को कम या अधिक करने के लिए किया जाता है।


Correction(करेक्शन):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसमे स्थित ऑप्शन का प्रयोग इमेज के कलर को एडजस्ट करने के लिए किया जाता है।


Dust and Scratch(डस्ट एंड स्क्रैच):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर के कलर को बैलेंस करने के लिए किया जाता है।अर्थात इमेज के धूल एवं स्क्रैच को सही करने के लियव किया जाता है।


Contour(कंटाउर):

इसका प्रयोग सिलेक्टेड इमेज के More पर क्लिक करके विभिन्न प्रकार के इफ़ेक्ट अप्लाई कर सकते है।


Interactive blend tool(इनट्रेकटिव ब्लेंड टूल):

इस टूल का प्रयोग बनाये गए ऑब्जेस्ट को आपस में मिलाकर एक आकर्षक डिज़ाइन बनाने के लिए किया जता है। इसमें प्रोपेरटिज बार से पहले स्थित डिज़ाइन को इन्सर्ट कर सकते है।


Interactive Counter Tool(इनट्रेकटिव काउंटर टूल):

इस टूल के द्वारा ड्रा किये गए ऑब्जेट के अंदर उसी में अनुरूप लोने ड्रा करने के लिए किया जाता है। तथा इसके प्रॉपर्टीज बार मे इससे समबन्धित अलग-अलग से ऑप्शन सेलेक्ट करके डिज़ाइन बना सकते है।


Color Transform(कलर ट्रांसफॉर्म):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसके द्वारा पिक्चर पर विभिन्न प्रकार के कलर इफ़ेक्ट अप्लाई कर सकते हैं।


Creative(क्रिएटिव):

इस ऑप्शन ला प्रयोग सिलेक्टेड इमेज पर एलिपेस पलीगों के रूप में इमेज के किसी भी निश्चित हिस्से को डिस्प्ले कर सजाते है।


Noise(नॉइज़):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिस्प्ले होता है। जिसमे दिए गए ऑप्शन के द्वारा सिलेक्टेड पिक्चर पर विभिन्न प्रकार के कलर फॉल तथा शेप जैसा इफ़ेक्ट दे सकते है।


Distort(डिसॉर्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग करके इमेज को ब्लैक एंड वाइट कर सकते है। तथा इमेज पर नेट जैसे इफ़ेक्ट एवं इसमे दिए गए टाइट ऑप्शन के द्वारा कई टुकडो में कर सकते है।


Add Perspective(ऐड पर्सपेक्टिव):

इस ऑप्शन का प्रयोग किसी ऑब्जेस्ट पर अप्लाई किये गए इफ़ेक्ट को किस दूसरे ऑब्जेस्ट पर अप्लाई करने के लिए कीया जाता है। इस तरह से कर देने पर ग्राफ पेपर जैसा डैगन अप्लाई हो जाता है। जिसे माउस पॉइंटर द्वारा पकड़कर उस ऑब्जेस्ट के आकार में परिवर्तन कर सकते है।


Create boundary(क्रिएट बाउंडरी):

इस ऑप्शन का प्रयोग बनाये गए ऑब्जेस्ट पर बाउंडरी लाइन देने के लिए किया जाता है।


Power clip(पावर क्लिप):

इस ऑप्शन कप प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनु डिसप्ले होता है। जिसमे दिए गए ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड पिक्चर को किसी भी ऑब्जेस्ट के अंदर फिल करने के लिए किया जाता है।


Roll Over(रोल ओवर):

इसका प्रयोग सिलेक्टेड ऑब्जेस्ट का रोल ओवर तैयार करने के लिए किया जाता है।

Text menu(टेक्स्ट मेनू):

  1. Character formatting(कैरेक्टर फॉर्मेटिंग)
  2. Tabs(टैब्स)
  3. drop cap(ड्राप कैप)
  4. Fit text to path(फिक्स टेक्स्ट टू पाथ)
  5. Align to baseline(अलाइन तो बेसलाइन)
  6. Straighten text(स्ट्राइटेन टेक्स्ट)
  7. Paragraph text frame (पैराग्राफ टेक्स्ट फ्रेम)
  8. Use Hyphenation setting(यूज़ हायफ़नेशन सेटिंग)
  9. Writing tools(राइटिंग टूल्स)
  10. Encode(इनकोड)
  11. Make text web Compatible(मेक टेक्स्ट वेब कंपेटिबल)
  12. Convert(कन्वर्ट):
  13. Text statistics(टेक्स्ट स्टेटिस्टिक्स)
  14. Show non printing character(शो नॉन प्रिंटिंग कैरेक्टर)



Character formatting(कैरेक्टर फॉर्मेटिंग):

इन ऑप्शन का प्रयोग कैरेक्टर की फॉर्मेटिंग करने के लिए किया जाता है।

जैसे- Font style,Font size


Tabs(टैब्स):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट की ........ करने के लिए किया जाता है।


Fit text to path(फिट टेक्स्ट टू पाथ):

इस ऑप्शन का प्रयोग सेल्व्क्टेड अथवा ड्रा किये गए ऑब्जेक्ट के ऊपर टेक्स्ट को टाइप करने के लिए किया जाता है।


Align to baseline(अलाइन टी बेसलाइन):

इस ऑप्शनक प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट की बेसलाइन पर सेट करने के लिए किया जाता है।


Straighten Text(स्ट्राइटेन टेक्स्ट):

इस ऑप्शन का प्रयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट को एक सीधी लाइन में ड्रा करने के लिए किया जाता है।


Paragraph text frame(पैराग्राफ टेक्स्ट फ्रेम):

इस ऑप्शन का प्रयोग टेक्स्ट के बाहर डिस्प्ले हो रहे डोट लाइन को ऑन /ऑफ करने के लियव किया जाता है।


Use hyphenation setting(यूज़ हायफ़नेशन सेटिंग):

इस ऑप्शन का प्रयोग हायफ़नेशन इन्सर्ट करने के लिए किया जाता है।


Writing tool(राइटिंग टूल):

इस ऑप्शन का प्रयोग करने पर इसका एक सबमेनू डिस्प्ले होता है।जिसमे दिए गए ऑप्शन के द्वारा Spelling , Language तथा This purus से संबंधित सेटिंग कर सकते है।


Encode(एनकोड):

इस ऑप्शन का प्रयोग वेब से संबंधित कार्य करने के लोए किया जाता हैं।



Make text  web compatible(मेक टेक्स्ट वेब कम्पेटिबल):

इस ऑप्शन का प्रयोग HTML के फ़ाइल के रूप में सिलेक्टेड टेक्स्ट या पैराग्राफ का प्रयोग करने के लिए किया जाता है।

Convert(कन्वर्ट):

इन ऑप्शन का प्रयोग टाइप किये गए टेक्स्ट को पैराग्राफ टेक्स्ट में बदलने के लिये किया  जाता है।

Text statistics(टेक्स्ट स्टेटिस्टिक्स):

इस ऑप्शन का प्रयोग लिखे गए टेक्स्ट , पैराग्राफ , वर्ड ,आदि को काउंट करने के लिए किया जाता है।

Show non printing character(शो नॉन प्रिंटिंग कैरेक्टर):

इस ऑप्शन का प्रयोग वह नॉन प्रिंटिंग कैरेक्टर जिसे पैराग्राफ सिंबल के रूप में दिया जाता है।उसे ऑन/ऑफ करने के लिए किया जाता है।